Tuesday, November 11, 2014

जानें मुंह के छालों की जानकारी | tongue blisters - Cold Sores Information

मुंह के छाले (Cold Sores inside Mouth) आधुनिक युग की आम बीमारी है। छोटा - बड़ा कोई भी, कभी भी इस रोग का शिकार हो सकता है। खाने पिने में जरा सी लापरवाही बरतने पर यह रोग पेट के असंतुलन(Imbalance) की ओर संकेत कर देता है जिसने इस संकेत को समझ लिया तथा अपनी आदतों में सुधार कर लिया वह जीत गया अन्यथा यह व्यक्ति के जीवन के स्वाद (test) व आनन्द (pleasure) को छीनने में कतई देर नहीं करता। छाले (Blisters) होने का एक कारण पाचन (Digestion) व पाचक का तालमेल ठीक से नहीं बैठ पाना भी है | जिसके कारण पेट में बढ़ती उष्मा (Heat) छालों के रूप में मुख तक पहुंच जाती है।

जीभ पेट का आईना कहा जाता है (Tongue Signs Associated with Stomach diseases)
जीभ शरीर के आमाशय का लाइव टेलीकास्ट (Live telecast) करती है। फेफड़ों में संक्रमण (Lung infections) होता है तो जीभ का रंग काला पड़ने लगता है, आमाशय में मल (Gastric Stool) जमा रहने तथा कब्ज रहने पर जीभ सफेद हो जाती है तथा जब आमाशय (Stomach) का तापमान बाहरी शरीर से अधिक हो जाता है तथा पेट में अगिन‌् तेज होती है तो जीभ में सफेद छाले पड़ जाते हैं। पेट रोगों (Stomach Diseases) का पहला संकेत जीभ पर आता है जिस की वजहा से इसका रंग व पड़ने वाले विभिन्‍न रंगों के दाने व छाले रोग व पीड़ा की तीव्रता का ज्ञान कराते है। मुंह के छाले जीभ के ऊपर, नीचे तथा तालु (Palate) में होते हैं। इनकी संख्या रोग की तीव्रता पर निर्भर करती है। छाले होने पर मुख से लगातार लार निकलती रहती है जो एक प्रकार का संक्रमण होता है। यह दूसरों में फैलने वाला रोग है |


छालों के  रोग के कारण
मुंह के छाले बदहजमी (Indigestion), अजीर्ण, गैस Gas), वात, पित जैसे विकारों से होते हैं। चिकित्सकों Physicians)  के अनुसार भूख से अधिक भोजन करना तथा सुपाच्य की बजाय भोजन में गरि‌ष्ठ पदार्थ (Instead of Eating Foods Rich in Digestible) शामिल करने से पाचन तंत्र को अधिक क्रिया More action on the digestive system) करनी पड़ती है। निश्‍चित अवधि में भोजन न पच पाने के कारण गैस व अपचन की शिकायत होने लगती है। दूसर॓, तेज मिर्च-मसालों (Spices Food) के साथ तले हुए पदार्थों के अधिक सेवन से पाचन तंत्र बिगड़ जाता है। इससे आमाशय में दुर्गन्ध (Gastric Deodorant) के साथ तेज जलन होती है जिससे जीभ पर सफेद व काले छाले उभरने लगते हैं। तंबाकू व गुटखा (Tobacco and Gutkha) आदि के सेवन के कारण पीड़ितों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। भारत में हर साल लाखों लोग तंबाकू व गुटखों के कारण मुख कैंसर (Oral Cancer) का शिकार होते हैं। चाय, कॉफी, ठण्डे शीतल पेय, मांसाहारी व अधिक तेलीय भोजन के साथ गर्म पदाथोर्ं (Hot substances) का अधिक व लगातार सेवन करने से पाचन तंत्र को बिगाड़ देता है जिससे मुख में छाले (Sores in mouth) हो जाते हैं।

इनका समय रहते इलाज ना किया जाये तो इसका संक्रमण (Infection) गले व खाने की नली से होता हुआ लीवर तक पहुंच जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आंतों (Intestine) को नुकसान पहुंचाने में मुख रोग (Oral Disease) अहम रोल अदा करते हैं। यही कारण है कि दांत व मुख रोग किडनी, लीवर तथा आमाशय (Stomach) को सबसे जल्दी हानि पहुंचाते हैं। जब मुख का संक्रमण पेट में पहुंचने  लगता है तो यह रोग भयावह रूप धारण कर लेता है। पेट में पानी की कमी रहने से छाले बढ़ते हैं।

रोग का निवारण
छालों के लिये पेट रोग एक बड़ा कारण है। वैद्यों का कहना है कि मुंह में छाले होने पर चाय, कॉफी, गरि‌ष्ठ भोजन तुरन्त बन्द कर देने चाहिए। फलों का रस इस रोग में काफी कारगर है। यदि रोगी को गुटखा, पान व जर्दा खाने की आदत है तो इसको तुरन्त छोड़ देना चाहिए। छाले मुख्यतः पेट की उष्मा बढ़ने से होते है इसलिये ठण्डी तासीर वाले पदार्थों का सेवन करना चाहिए। त्रिफले का नियमित सेवन बहुत अधिक कारगर है।इससे पेट की गर्मी बाहर निकलती है तथा कब्ज व गैस आदि से छुटकारा मिलने पर यह रोग स्वतः ही समाप्त हो जाता है।

मुंह के छालों से बचने के घरेलू उपचार -

1. शहद में मुलहठी का चूर्ण मिलाकर इसका लेप मुंह के छालों पर करें और लार को मुंह से बाहर टपकने दें, इससे छाले ठीक हो जाते हैं।

2. मुंह में छाले होने पर अडूसा के 2-3 पत्तों को चबाकर उनका रस चूसना चाहिए, उससे भी छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं।

3. छाले होने पर कत्था और मुलहठी का चूर्ण और शहद मिलाकर मुंह के छालों पर लगाने चाहिए, इससे छालों में आराम मिलता है।

4. अमलतास की फली मज्जा को धनिये के साथ पीसकर थोड़ा कत्था मिलाकर मुंह में रखिए, या केवल अमलतास के गूदे को मुंह में रखने से मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।

5. अमरूद के मुलायम पत्तों में कत्था मिलाकर पान की तरह चबाने से मुंह के छाले से राहत मिलती है और छाले ठीक हो जाते हैं।

6. सूखे पान के पत्ते का चूर्ण बना लीजिए, इस चूर्ण को शहद में मिलाकर चाटिए, इससे मुंह के छाले समाप्त हो जाएंगे।

7. पान के पत्तों का रस निकालकर, देशी घी में मिलाकर छालों पर लगाने से फायदा मिलता है और छाले समाप्त हो जाते हैं।

8. नींबू के रस में शहद मिलाकर इसके कुल्ले करने से मुंह के छाले दूर होते हैं।

9. ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन कीजिए, इससे पेट साफ होगा और मुंह के छाले नहीं होंगे।

10. मशरूम को सुखाकर बारीक चूर्ण तैयार कर लीजिए, इस चूर्ण को छालों पर लगा दीजिए। मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।

11. मुंह के छाले होने पर चमेली के पत्तों को चबाइए। इससे छाले समाप्त हो जाते हैं।

12. छाछ से दिन में तीन से चार बार कुल्ला करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं।

13. खाना खाने के बाद गुड चूसने से छालों में राहत होती है।

14. मेंहदी और फिटकरी का चूर्ण बनाकर छालों पर लगाएं, इससे मुंह के छाले समाप्त होते हैं।

15. अगर आपको बार-बार मुंह के छाले हो रहे हैं तो अपने मुंह की सफाई पर विशेष ध्यान दीजिए।

ज्यादा मसालेदार और तलापका भोजन करने से बचें। अगर फिर भी छाले ठीक न हो रहे हों तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। - See more at: http://rajasthanpatrika.patrika.com/article/gharelu-nuskhe-for-mouth-blister/48029.html#sthash.rDCJmITh.dpuf
 मुंह के छालों से बचने के घरेलू उपचार -

1. शहद में मुलहठी का चूर्ण मिलाकर इसका लेप मुंह के छालों पर करें और लार को मुंह से बाहर टपकने दें, इससे छाले ठीक हो जाते हैं।

2. मुंह में छाले होने पर अडूसा के 2-3 पत्तों को चबाकर उनका रस चूसना चाहिए, उससे भी छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं।

3. छाले होने पर कत्था और मुलहठी का चूर्ण और शहद मिलाकर मुंह के छालों पर लगाने चाहिए, इससे छालों में आराम मिलता है।

4. अमलतास की फली मज्जा को धनिये के साथ पीसकर थोड़ा कत्था मिलाकर मुंह में रखिए, या केवल अमलतास के गूदे को मुंह में रखने से मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।

5. अमरूद के मुलायम पत्तों में कत्था मिलाकर पान की तरह चबाने से मुंह के छाले से राहत मिलती है और छाले ठीक हो जाते हैं।

6. सूखे पान के पत्ते का चूर्ण बना लीजिए, इस चूर्ण को शहद में मिलाकर चाटिए, इससे मुंह के छाले समाप्त हो जाएंगे।

7. पान के पत्तों का रस निकालकर, देशी घी में मिलाकर छालों पर लगाने से फायदा मिलता है और छाले समाप्त हो जाते हैं।

8. नींबू के रस में शहद मिलाकर इसके कुल्ले करने से मुंह के छाले दूर होते हैं।

9. ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन कीजिए, इससे पेट साफ होगा और मुंह के छाले नहीं होंगे।

10. मशरूम को सुखाकर बारीक चूर्ण तैयार कर लीजिए, इस चूर्ण को छालों पर लगा दीजिए। मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।

11. मुंह के छाले होने पर चमेली के पत्तों को चबाइए। इससे छाले समाप्त हो जाते हैं।

12. छाछ से दिन में तीन से चार बार कुल्ला करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं।

13. खाना खाने के बाद गुड चूसने से छालों में राहत होती है।

14. मेंहदी और फिटकरी का चूर्ण बनाकर छालों पर लगाएं, इससे मुंह के छाले समाप्त होते हैं।

15. अगर आपको बार-बार मुंह के छाले हो रहे हैं तो अपने मुंह की सफाई पर विशेष ध्यान दीजिए।

ज्यादा मसालेदार और तलापका भोजन करने से बचें। अगर फिर भी छाले ठीक न हो रहे हों तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

मुंह के छालों से बचने के घरेलू उपचार -

1. शहद में मुलहठी का चूर्ण मिलाकर इसका लेप मुंह के छालों पर करें और लार को मुंह से बाहर टपकने दें, इससे छाले ठीक हो जाते हैं।

2. मुंह में छाले होने पर अडूसा के 2-3 पत्तों को चबाकर उनका रस चूसना चाहिए, उससे भी छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं।

3. छाले होने पर कत्था और मुलहठी का चूर्ण और शहद मिलाकर मुंह के छालों पर लगाने चाहिए, इससे छालों में आराम मिलता है।

4. अमलतास की फली मज्जा को धनिये के साथ पीसकर थोड़ा कत्था मिलाकर मुंह में रखिए, या केवल अमलतास के गूदे को मुंह में रखने से मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।

5. अमरूद के मुलायम पत्तों में कत्था मिलाकर पान की तरह चबाने से मुंह के छाले से राहत मिलती है और छाले ठीक हो जाते हैं।

6. सूखे पान के पत्ते का चूर्ण बना लीजिए, इस चूर्ण को शहद में मिलाकर चाटिए, इससे मुंह के छाले समाप्त हो जाएंगे।

7. पान के पत्तों का रस निकालकर, देशी घी में मिलाकर छालों पर लगाने से फायदा मिलता है और छाले समाप्त हो जाते हैं।

8. नींबू के रस में शहद मिलाकर इसके कुल्ले करने से मुंह के छाले दूर होते हैं।

9. ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी का सेवन कीजिए, इससे पेट साफ होगा और मुंह के छाले नहीं होंगे।

10. मशरूम को सुखाकर बारीक चूर्ण तैयार कर लीजिए, इस चूर्ण को छालों पर लगा दीजिए। मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।

11. मुंह के छाले होने पर चमेली के पत्तों को चबाइए। इससे छाले समाप्त हो जाते हैं।

12. छाछ से दिन में तीन से चार बार कुल्ला करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं।

13. खाना खाने के बाद गुड चूसने से छालों में राहत होती है।

14. मेंहदी और फिटकरी का चूर्ण बनाकर छालों पर लगाएं, इससे मुंह के छाले समाप्त होते हैं।

15. अगर आपको बार-बार मुंह के छाले हो रहे हैं तो अपने मुंह की सफाई पर विशेष ध्यान दीजिए।

ज्यादा मसालेदार और तलापका भोजन करने से बचें। अगर फिर भी छाले ठीक न हो रहे हों तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। - See more at: http://rajasthanpatrika.patrika.com/article/gharelu-nuskhe-for-mouth-blister/48029.html#sthash.rDCJmITh.dpuf